
हमारे देश के नेता जो बोलते कुछ हैं करते कुछ हैं मौक़ा देखकर घड़ियाली आंसू बहाने में माहिर हैं । दो जनवरी को पठानकोट में शहीद हुए अम्बाला के गांव गरनाला के युवक गुरसेवक सिंह का परिवार आज भी मुआबजे के लिए दर दर की ठोकरें खा रहा है । गुरसेवक सिंह ने देश के लिए जान उस दी जब उनकी पत्नी के हाँथ से मेहँदी के रंग भी नहीं छूटे थे मात्र डेढ़ महीने पहले उनकी शादी हुई थी । आज नेताओं की वादाखिलाफी के कारण उनका परिवारखून के आंसू फिर रोने पर मजबूर है । इस गरुण कमांडो को शहीद महीने हो चुके हैं लेकिन शहीद के बुजुर्ग पिता को अब तक सरकारी आर्थिक मदद नहीं मिली ।
शहीद के पिता सुच्चा सिंह के अनुसार जब उनका बेटा शहीद हुआ उसका शव घर आया तो अंतिम संस्कार के समय अम्बाला के सांसद रतनलाल कटारिया पहुंचे उन्होंने शहीद के परिवार को 11 लाख देने की घोषणा की थी लेकिन आज तक उन्होंने कुछ नहीं दिया । ठीक उसी समय पंजाब आनंदपुर के सांसद प्रेम सिंह भी आये थे उन्होंने पांच लाख देने की घोषणा की थी लेकिन आज तक उनका भी कोई जबाब नहीं आया ।
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